Monday, October 29, 2012

रचनाकार: देवेन्द्र पाठक 'महरूम' की ग़ज़ल - राम मेँ क्यूँ रहमान न देखा, क्यूँ रहमान मेँ राम न देखा

रचनाकार: देवेन्द्र पाठक 'महरूम' की ग़ज़ल - राम मेँ क्यूँ रहमान न देखा, क्यूँ रहमान मेँ राम न देखा

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